आखिरकार दहेज की बलि चढ़ गई मुन्नी, मई में सीतामढ़ी से शिवहर शादी हुई थी

सीतामढ़ी। ये तस्वीर मुन्नी बिटिया की है, जिसने शनिवार को आखिरकार दम तोड़ दिया। वह दहेज की बलि चढ़ गई। हर मां-बाप की तरह उसके माता-पिता ने भी कितने अरमानों के साथ शादी रचाकर ससुराल के लिए विदा किया होगा। पांच भाई-बहनों में मुन्नी तीसरे स्थान पर थी। दो मई को शादी हुई। जुलाई आते-आते दहेज लोभियों ने मौत के घाट उतार दिया। दहेज में पिता की एक कट़ठा जमीन के लिए ससुरालियों ने 10 जुलाई को किरोसिन छिड़कर आग लगा दी। पटना के एक हॉस्पीटल में ज‍िंदगी और मौत से जूझती हुई उसने दम तोड़ दिया। नब्बे फीसद तक वह जल चुकी थी। शिवहर जिले के सोनौल सुल्तान गांव में ब्याही गई मुन्नी सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड अंतर्गत ङ्क्षसहवाहिनी गांव की रहने वाली थी।


बिटिया की मौत से मां-बाप बदहवाश हैं। उसके पिता निरंजन ङ्क्षसह ने कहा कि बिटिया को बचाने की जद्दोजहद में लाखों खर्च कर चुके मगर वह बच न सकी। कंकड़बाग थाना पुलिस को मुन्नी मरते-मरते बयान दे गई है। शिवहर पुलिस भी उसका बयान लेने अस्पताल पहुंची थी। मुन्नी के पिता के मुताबिक, पति विकास स‍िंंह, देवर केशव कुमार तथा सास-ससुर ने मिलकर जलाया।

शादी में हर डिमांड पूरी करने के बाद भी बेटी को मार डाला

मुन्नी के पिता ने बताया कि बीते दो मई को विकास कुमार से उसकी शादी की। उसके बाद वह दहेज प्रताडऩा झेलने लगी। 10 जुलाई को पति और उसके ससुरालियों का क्रोध इतना बढ़ गया कि उसको मारा पीटा और ङ्क्षजदा जलाकर मार डालने की कोशिश की। सीतामढ़ी शहर में एक कट़ठा जमीन पर ससुरालियों की गिद्ध ²ष्टि जम गई थी। वह उसको हथियाना चाहते थे। उसके लिए बिटिया पर लगातार दबाव बना रहे थे। निरंजन ङ्क्षसह ने बताया कि उनको पांच बेटे-बेटियां हैं। दो बेटियों की शादी कर चुका है यह तीसरे नंबर की है। जब शादी तय हो रही थी तो ससुराल पक्ष ने जो भी डिमांड रखी वो सब पूरी कर चुके थे। बावजूद दहेज में शहर की वो जमीन हड़पने पर आमादा थे। और आखिरकार किरोसिन छिड़कर देह में आग लगा दी।

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