हफलागंज की एक प्रसूता को पहली बार प्रसव कराने के लिए अस्पताल पहुंची थी। काफी मशक्कत के बाद सिजेरियन ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया। नवजात को देखकर सभी लोग हतप्रभ हैं। डॉक्टर की माने तो गर्भ के अंदर पल रहे जुड़वा बच्चे का समुचित रुप से विकास नहीं होने से इस तरह के नवजात का जन्म हो पाता है। एक बच्चे का पूर्ण विकास हो सका जबकि दूसरे बच्चा का पूर्ण विकास नहीं होने से हाथ और पैर पहले बच्चे के शरीर में ही विकसित हो गया। प्रसव के बाद बच्चा स्वस्थ है। सूचना पर भीड़ जुट गयी
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