भारत की सबसे पुरानी सभ्यता और इतिहास।

भारत के पुराने सभ्यताओं का देश है, जहां बहुत सारी प्राचीन और महत्वपूर्ण सभ्यताएं ने विकास किया है। यहां की पुरानी सभ्यता बहुत समृद्ध और विविध है, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

सिंधु घाटी सभ्यता (2500 ईसा पूर्व से 1800 ईसा पूर्व तक): सिंधु घाटी सभ्यता, जो हरप्पा और मोहनजोदड़ो के शहरों की घटनाओं से प्रसिद्ध है, भारत की सबसे प्राचीन और पहली सभ्यताओं में से एक है। यह सभ्यता इंडस नदी के किनारे बसी थी और एक विकसित नगरीय जीवन व्यवस्था के साथ महानगरों, घाटी में व्यापार, खेती और समुद्री व्यापार का प्रमुख केंद्र था।


वैदिक सभ्यता (1500 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व तक): वैदिक सभ्यता, ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद के दौर में विकसित हुई। यह सभ्यता पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के मैदानी क्षेत्रों में स्थापित हुई। वैदिक युग में यज्ञ, पूजन, मंत्र और रीति-रिवाज प्रमुख थे। यह समय भारतीय संस्कृति, धर्म और दर्शन का विकास का आवधारणिक समय था।


मौर्य सभ्यता (322 ईसा पूर्व से 185 ईसा पूर्व तक): मौर्य सम्राट भारत की पुरानी सभ्यताओं में से एक प्रमुख है। मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य ने स्थापना की थी और उनके छोटे भाई बिंदुसार और उनके पुत्र सम्राट अशोक द्वारा और भी अधिक विस्तार किया गया। अशोक एक महत्वपूर्ण राजा थे, जिन्होंने शांति और धर्म के लिए प्रसिद्ध मौर्य सम्राट्य का विस्तार किया। उनके शासनकाल में बौद्ध धर्म का प्रचार हुआ और धर्म, शिक्षा और सामाजिक सुविधाओं का विकास हुआ।

गुप्त सभ्यता (320 सन् पूर्व से 550 सन् पूर्व तक): गुप्त सम्राट्य भारत के इतिहास में "स्वर्ण युग" के रूप में प्रसिद्ध है। गुप्त सम्राट्य में कला, साहित्य, विज्ञान, दर्शन और व्यापार का विकास हुआ। गुप्त काल में नालंदा और विक्रमशिला जैसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय स्थापित हुए, और विकसित व्यवस्था, वास्तुकला, मठ, और काव्य प्रमुख

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