लेकिन जंग छिड़ जाने के कारण वहां से बाहर नहीं निकल सके। विशाल के पिता ने डीएम को पत्र लिखकर बेटे के सकुशल देश वापसी कराने की गुहार लगाई है।
यूक्रेन में फंसे छात्र के पिता और पूरा परिवार उनके लिए चितित हैं। ये लोग लगातार मोबाइल और समाचार के माध्यम से यूक्रेन और रूस की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। पिता त्रिवेणी दास ने बताया कि उन्होंने अपने पुत्र विशाल को खाने की चीजें और पानी का स्टॉक कर लेने की नसीहत दी है, साथ ही उन्होंने उससे धैर्य और संयम रखने को कहा है,
पिता ने बेटे को भरोसा दिलाया है कि भारत सरकार जल्द ही उन्हें स्वदेश वापसी कराएगी। उधर, सुरसंड प्रखंड के श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी के वार्ड संख्या 6 निवासी स्व.कृष्ण कन्हैया झा का पुत्र आदित्य झा उर्फ ओमजी झा मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन की राजधानी कीव गया है। जहां जारी युद्ध के कारण वह भी अन्य छात्रों के साथ फंसा है। जिससे परिवार के लोग चितित हैं। आदित्य की मां रिकू झा ने बताया कि फिलहाल फोन पर बातचीत हो जाने से उसके सुरक्षित होने की खबर मिली है।
बावजूद भय सता रहा है। वहीं फोन पर आदित्य ने बताया कि अन्य लोगों के साथ उसे कीव में बनाये गये बंकर में रखा गया है। अपने पास स्टोर किये गये भोजन से काम चला रहा है। यदि स्थिति तत्काल ठीक नहीं हुयी तो बंकर में छिपे सभी लोगों के लिये भोजन-पानी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। उनका कहना था कि सभी छात्र और अन्य भारतीय लोग भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं। आदित्य की मां रिकू झा ने सरकार से अपने पुत्र की सुरक्षित और सकुशल वापसी की गुहार लगायी है।
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