दिल को दहला देने वाली घटना, शायद इनकी आर्थिक स्थिति की गणना हुई होती तो ये दिन नहीं आता |

 

समस्तीपुर, में सेल्फ हेल्प नामक स्वयंसहायता  समूह के क़र्ज़ और डर ने फिर से ले ली 5 लोगों की जान,
  एक ही परिवार के पांच लोगों की फंदे से लटकी मिली लाश, फैली सनसनी

 पूरे बिहार में फैला है इन दिनों ,जनधन, बंधन , सहेली,सेल्फ हेल्प एवं अन्य नामों की सैकड़ों स्वयंसहायता समूह, जिनसे 50 हज़ार से एक लाख तक कि क़र्ज़ लेकर,किसी एक हफ्ते भी कोई एक किश्त न चुका पाने पर समूहों से जुड़ी सभी प्रतिभागियों, एवं समूह के हेड सर के द्वारा, हफ्ते के दिन बेइज्जत रुसवा कर घरमे घुसकर हु हल्ला हंगामा, प्लेट कटोरा फेंकना,आदि के खौफ से तंग आकर दे रहे हैं आए दिन गरीब मज़लूम निर्धन आ लोग अपनी जान ,

और ये ताजा मामला आज बिहार के समस्तीपुर से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। जिले के विद्यापतिनगर थाना के मऊ गांव में रविवार सुबह एक ही परिवार के पांच लोगों की फंदे से लटकी लाश मिली। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में सनसनी फैल गयी। सूचना मिलने पर पुलिस भी आननफानन में पहुंची और मामले की जांच में जुट गयी।


मृतकों में पति, पत्नी, दो बच्चे और वृद्ध मां

मृतकों में मनोज कुमार झा (35), उसकी पत्नी सुन्दरमणि (25), पुत्र शिवम (6), सत्यम कुमार (5) और मां सीता देवी (65) शामिल है।

ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सुबह साढ़े सात से आठ बजे के बीच ,इन्हीं स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मनोज के घर पहुंची और घर बंद देख उसकी पत्नी को आवाज लगायी। काफी आवाज लगाने के बाद भी जब कोई उत्तर नहीं मिला तो आसपास के लोगों को बुला इसकी जानकारी दी। आसपास के लोगों ने भी आवाज लगाने के बाद दरवाजे को काफी खटखटाया, लेकिन कोई जबाव नहीं मिला तब लोगों ने किसी तरह खिड़की से झांक कर देखा तो सभी को फंदे से लटका देख सत्र रह गए। पर इन स्वयंसहायता समूहों वाले लोगों की बातों पर आँख बन्दकर विश्वास करना भी ग़ैरमुनासिब होगा, मामले की पूरी तरह जाँच होनी चाहिए, की कहीं, इस परिवार के साथ भी तो किसीने रुसवाई की धमकी दी थी
आर्थिक तंगी में था परिवार

इसके बाद घटना की जानकारी मिलते ही घर पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ गयी। सूचना मिलने पर विद्यापतिनगर थाने की पुलिस पहुंची। बाद में दलसिंहसराय डीएसपी भी गांव पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना करने के बाद आसपास के लोगों से जानकारी जुटाने का प्रयास शुरू कर दिया। ग्रामीणों में बताया कि मनोज मऊ बाजार में फुटपाथ पर खैनी की दुकान करता था, लेकिन उससे परिवार का सही से भरण पोषण नहीं कर पा रहा था। उसके पास खेती की जमीन भी नहीं थी।

सेल्फ हेल्प ग्रुप से लिया था कर्ज

ग्रामीणों में चर्चा के अनुसार, मनोज की पत्नी ने घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए स्वयं सहायता समूह से कर्ज लिया था। लेकिन वह कर्ज की क़िस्त नहीं चुका पा रही थी। जिसे चुकाने के लिए उस पर दवाब था। ग्रामीणों का मानना है कि उसी दवाब में आकर मनोज व उसके परिवार के लोग फंदे पर झूल गए होंगे।,

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